आज कुछ नहीं कहने को

by - June 17, 2018


आज इस ब्लॉग की शुरुआत हो रही है। वैसे तो मेरे पास कहने को हमेशा कुछ न कुछ रहता ही है लेकिन आज कहने को कुछ नहीं है। वैसे यह कहना कि कहने को कुछ नहीं है थोड़ा अजीब लगता है क्योंकि लोगों के पास कहने को कुछ न कुछ रहता ही है। तो चलिए इस ब्लॉग की शुरुआत करते हैं कुछ न कहते हुए।

You May Also Like

0 comments

समुद्र और मैं

कुछ लिखने की कोशिश कर रहा था लेकिन दिमाग ने उंगलियों का साथ देने से साफ मना कर दिया। यह कुछ-कुछ वैसा ही मामला जान पड़ता था जैसे कई दिनो...